इम्तेहान शायरी हिंदी में – अये वक़्त मेरे सब्र का

अये वक़्त मेरे सब्र का इतना इम्तेहान न ले
याद रख
मैंने जो ठोकर मारी तुझे
तो तू कभी लौट के न आ पायेगा

इम्तेहान शायरी हिंदी में – मैं इस उम्मीद पर डूबा

मैं इस उम्मीद पर डूबा के तू बचा लेगा
अब इससे ज्यादा मेरा इम्तेहान क्या लेगा
मैं बुझ गया तो हमेशा के लिए बुझ ही जाऊँगा
कोई चिराग नहीं हूँ के फिर जला लेगा

इम्तेहान शायरी हिंदी में – सितारों से आगे जहां और

सितारों से आगे जहां और भी हैं.
अभी इश्क के इम्तेहान और भी हैं.



इम्तेहान शायरी हिंदी में – यूँ ही नहीं मिलती रब

यूँ ही नहीं मिलती रब की मेहरबानी
एक से बढ़कर एक इम्तेहान बाकी है …
जिंदगी की जंग में है हौसला जरुरी
जीतने के लिए सारा जहान बाकी है ॥

इम्तेहान शायरी हिंदी में – इश्क़ की आजमाइश पर हर

इश्क़ की आजमाइश पर हर कोई खरा नही उतरता जनाब,
रूह तक काँप जाती है इम्तेहान पार करते करते.



इम्तेहान शायरी हिंदी में – क्यों मेरे प्यार का इम्तेहान

क्यों मेरे प्यार का इम्तेहान लेते हो,
तुम तो मेरी जान हो क्यों मेरी जान लेते हो…!!!