अये वक़्त मेरे सब्र का इतना इम्तेहान न ले
याद रख
मैंने जो ठोकर मारी तुझे
तो तू कभी लौट के न आ पायेगा
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इम्तेहान शायरी हिंदी में – सितारों से आगे जहां और
सितारों से आगे जहां और भी हैं.
अभी इश्क के इम्तेहान और भी हैं.
इम्तेहान शायरी हिंदी में – यूँ ही नहीं मिलती रब
यूँ ही नहीं मिलती रब की मेहरबानी
एक से बढ़कर एक इम्तेहान बाकी है …
जिंदगी की जंग में है हौसला जरुरी
जीतने के लिए सारा जहान बाकी है ॥
इम्तेहान शायरी हिंदी में – उसे ग़ुरूर आ गया मुझे
उसे ग़ुरूर आ गया मुझे गुमान आ गया
दर्मियान ख़ामख़्वाह इम्तेहान आ गया
इम्तेहान शायरी हिंदी में – इश्क़ की आजमाइश पर हर
इश्क़ की आजमाइश पर हर कोई खरा नही उतरता जनाब,
रूह तक काँप जाती है इम्तेहान पार करते करते.
इम्तेहान शायरी हिंदी में – ना चाहते हुये भी छोड़
ना चाहते हुये भी छोड़ कर आना पड़ा उसे,
वो “इम्तेहान” में ना आते हुये सवालों की तरह था.