खुश्बू शायरी हिंदी में – वक्त के मोड़ पे ये

वक्त के मोड़ पे ये कैसा वक्त आया है
जख्म दिल का जुबाँ पर आया है
न रोते थे कभी कांटो की चुभन से
आज न जाने क्यो फूलो की खुशबू से रोना आया है…



खुश्बू शायरी हिंदी में – किनारे बैठी हूँ.. तेरी यादों

किनारे बैठी हूँ.. तेरी यादों के सहारे..
हर लहर इक एहसास जगाती है..
मुझे हवा से भी …तेरी ही खुशबू आती है..



खुश्बू शायरी हिंदी में – सफर वहीं तक है जहाँ

सफर वहीं तक है जहाँ तक तुम हो,
नजर वहीं तक है जहाँ तक तुम हो,
हजारों फूल देखे हैं इस गुलशन में मगर,
खुशबू वहीं तक है जहाँ तक तुम हो..!!