मैं लिपट जाऊं तेरे ख्वाब से नागिन की तरह,
आ तू भी समां जा मुझमें जहर की तरह….
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जहर शायरी हिंदी में – ये कैसा ज़हर फ़ज़ाओं में
ये कैसा ज़हर फ़ज़ाओं में भर गया यारो
हर एक आदमी क्यूँ इस क़दर अकेला है
जहर शायरी हिंदी में – इन हवाओं में आज ज़हर
इन हवाओं में आज ज़हर है,
जिन हवाओं में कल मेरा शहर था…!
जहर शायरी हिंदी में – पीते पीते ज़हर-ए-ग़म अब जिस्म
पीते पीते ज़हर-ए-ग़म अब जिस्म नीला पड़ गया..
कुछ दिनों में देखना हम आसमां होने को हैं….!!
जहर शायरी हिंदी में – ज़हर से ज्यादा खतरनाक है
ज़हर से ज्यादा खतरनाक है ये मुहब्बत
ज़रा सा कोई चख ले तो मर-मर के जीता है।
जहर शायरी हिंदी में – हमे पता था की उसकी
हमे पता था की उसकी मोहब्बत में ज़हर हैं ;
पर उसके पिलाने का अंदाज ही इतना प्यारा था की हम ठुकरा ना सके !
जहर शायरी हिंदी में – तुम बहुत दिल-नशीन थे मगर…….
तुम बहुत दिल-नशीन थे मगर…….
जब से किसी और के हो गए हो….ज़हर लगते हो…..!!
जहर शायरी हिंदी में – इस शहर के लोगों में
इस शहर के लोगों में वफ़ा ढूँढ रहे हो,
तुम जहर कि शीशी में दवा ढूँढ रहे हो..!!
जहर शायरी हिंदी में – मेरी उस मौत का मंजर
मेरी उस मौत का मंजर भी हसीं होगा,
तुम अपने लबों पे ज़हर रखो और मैं उसे चूमता रहूँ…